मैं अपने जिंदगी का एक अंश उनके नाम कर दूंगा। मैं अपने जिंदगी का एक अंश उनके नाम कर दूंगा।
एक बड़ा भौरा सुबह- सुबह , गीत गाता गुनगुनाता रे । एक बड़ा भौरा सुबह- सुबह , गीत गाता गुनगुनाता रे ।
कभी मेरी रूह कांपती है, ये सोच कर कि, मरने के बाद मै कहाँ रहूंगा ? कभी मेरी रूह कांपती है, ये सोच कर कि, मरने के बाद मै कहाँ रहूंगा ?
इस वीराने में इस वीराने में
इस संसार में इस संसार में
रात सन्नाटे ने सिखाया हमको बस तेरा ही इंतज़ार प्रिय जमाना चाहे जो भी कहे मुझे तुम पर ह रात सन्नाटे ने सिखाया हमको बस तेरा ही इंतज़ार प्रिय जमाना चाहे जो भी कहे मुझे...